प्रदेश के शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के चचेरे भाई के घर से डकैती में लूटा गया सोना मेरठ के सरधना स्थित एक कब्रिस्तान से पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर बरामद कर लिया। यह कब्रिस्तान आरोपित के घर से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर है।
कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक मुकेश त्यागी ने बताया कि 15 अक्टूबर 2022 को डोईवाला स्थित व्यापारी शीशपाल अग्रवाल के घर में दिनदहाड़े डकैती हुई थी। जिसमें मुजफ्फनगर निवासी आठ अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। डकैती में शामिल अन्य दो आरोपित की तलाश में पुलिस संभावित स्थानों पर लगातार दबिश दे रही थी। इसमें से एक आरोपित नफीस उर्फ सपाटा ने 16 जून को मुजफ्फरनगर स्थित न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया था।
आरोपित के आत्मसमर्पण के पश्चात 27 जुलाई को न्यायालय से आरोपित की 24 घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड ली गई। जिसके पश्चात नफीस ने मेरठ के सरधना के पास अपने पुराने घर से एक किलोमीटर दूर कब्रिस्तान से डकैती का माल बरामद कराया। जिसमें सोने की ज्वेलरी इत्यादि है। माल बरामद होने के पश्चात आरोपित को जिला कारागार मुजफ्फरनगर में भेज दिया गया है। फरार आरोपित परेवज निवासी मुजफ्फरनगर की तलाश की जा रही है।
पीजीएफ-पीएसीएल की सीज संपत्ती बेचने वाले आरोपितों पर गैंगस्टर:
पर्ल्स ग्रीन फोर्ट लिमिटेड (पीजीएफ) और पर्ल्स एग्रोटेक कारपोरेशन लिमिटेड (पीएसीएल) की दून में सीज संपत्तियों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने वाले गिरोह पर रायपुर थाना पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की है। इसमें पांच आरोपितों को नामजद किया गया है। पांचों आरोपित वर्तमान में जेल में बंद हैं।
रायपुर थानाध्यक्ष कुंदन राम के अनुसार, वर्ष 2015 में सीबीआइ की जांच के बाद सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर देशभर में पीजीएफ की 348 और पीएसीएल की 14000 संपत्तियों को सीज कर दिया गया था। इनमें कुछ संपत्तियां रायपुर थाना क्षेत्र में भी हैं। इस दौरान पुलिस को पता लगा कि एक गिरोह पीएसीएल की तरला आमवाला स्थित जमीनों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेच रहा है।
गिरोह आमजन को जमीन तरला आमवाला में दिखा रहा था और रजिस्ट्री आमवाला मल्ला की जमीनों की कर रहा है।
इसमें गिरोह के सरगना अमित कुमार सिंह निवासी दून विहार, जाखन उसके सहयोगी अंकित वर्मा निवासी डांडा खुदानेवाला सहस्रधारा रोड, विजय कुमार निवासी ईश्वर विहार लाडपुर, विक्रांत चौरसिया निवासी चक्खुवाला और राजेश अग्रवाल निवासी सहस्रधारा रोड पर पांच मुकदमे रायपुर थाने में दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने पांचों आरोपितों पर जिलाधिकारी की अनुमति के बाद गैंगस्टर लगा दी है।