Uttarakhand उत्तराखंड के सरकारी अस्पतालों की समस्याएं अब दूर होने जा रही है। जल्द ही सभी सरकारी अस्पतालों में नर्सिंग अधिकारी की कमी दूर होगी। स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग को लंबे समय बाद 1377 नए नर्सिंग अधिकारी मिल रहे हैं। जिनकी प्रथम तैनाती पर्वतीय जनपदों के सरकारी चिकित्सालयों में शीघ्र कर दी जाएगी। सरकारी अस्पतालों को जल्द 1377 नर्सिंग अधिकारी मिल जाएंगे। राज्य चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड ने वर्षवार श्रेष्ठता सूची जारी कर चयनित अभ्यर्थियों के नाम स्वास्थ्य महानिदेशालय को भेज दिए हैं। स्वास्थ्य महानिदेशालय जल्द श्रेष्ठता सूची में स्थान पाने वाले इन नर्सिंग अधिकारियों की तैनाती राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में स्थित सरकारी अस्पतालों में करेगा। चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक प्रो. विजय जुयाल ने बताया कि स्वास्थ्य महानिदेशालय ने राज्य के विभिन्न राजकीय चिकित्सालयों में महिला व पुरुष नर्सिंग अधिकारी के 1564 रिक्त पदों को भरे जाने के लिए बोर्ड को अधियाचन उपलब्ध कराया था। जिसके सापेक्ष चयन बोर्ड ने अर्हता प्राप्त अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए थे।
ऑनलाइन आवेदन की थी प्रक्रिया
ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित करने के उपरांत अभ्यर्थियों के सभी दस्तावेजों की जांच कर वर्षवार श्रेष्ठता सूची तैयार की गई। जिसमें कुल रिक्त पदों के सापेक्ष 1461 महिला व पुरुष नर्सिंग अधिकारियों को श्रेष्ठता सूची में चयनित किया गया। इनमें 1377 अभ्यर्थियों का चयन विभिन्न श्रेणी के अंतर्गत किया गया है, जबकि विभिन्न श्रेणी के 103 पदों पर अभ्यर्थी उपलब्ध न होने के कारण इन पदों को भविष्य के लिए अग्रसारित किया गया है।
नर्सिंग अधिकारियों का ऐसे किया गया चयन
वहीं वर्षवार श्रेष्ठता सूची में स्थान पाने वाले 84 अभ्यर्थियों का अंतिम परिणाम उच्च न्यायालय में विचाराधीन रिट याचिकाओं के क्रम में रोक दिया गया है। इस प्रकार 1564 रिक्त पदों के सापेक्ष 1377 पदों पर अंतिम श्रेष्ठता सूची जारी कर दी गई है। जिसके तहत नर्सिंग अधिकारी महिला (डिप्लोमाधारक) की संख्या 748, नर्सिंग अधिकारी महिला (डिग्रीधारक) 370, नर्सिंग अधिकारी पुरुष (डिप्लोमाधारक) 163 और नर्सिंग अधिकारी पुरुष (डिग्रीधारक) वर्ग में 96 का चयन किया गया है।
मिल रहे हैं 1377 नए नर्सिंग अधिकारी
प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग को लंबे समय बाद 1377 नए नर्सिंग अधिकारी मिल रहे हैं। जिनकी प्रथम तैनाती पर्वतीय जनपदों के सरकारी चिकित्सालयों में शीघ्र कर दी जाएगी। जिससे दूरस्थ क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर किया जा सकेगा। – डा. धन सिंह रावत, स्वास्थ्य मंत्री