So far 21 dead, 100 missing, 13 bridges washed away in Sikkim deluge
Sikkim Teesta Flash Flood: सिक्किम में बीते मंगलवार को ल्होनक झील के ऊपर बादल फटने से कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग लापता हो गए. इस घटना ने पूरे इलाके के लिए समस्या पैदा कर दी है. समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, अचानक आई बाढ़ के कारण तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई, जहां सेना के जवानों सहित दर्जनों लापता लोगों को ढूंढने के लिए बचाव अभियान जारी है.
घटनास्थल पर अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सेना और NDRF की टीमें तीसरे दिन भी तीस्ता नदी बेसिन में तेज बहते पानी के बीच उन लोगों की तलाश में जुटी हुई हैं जो बह गए हैं और अभी भी लापता हैं. मुख्यमंत्री पीएस तमांग ने कहा कि बुरदांग इलाके से लापता हुए 23 सैन्यकर्मियों में से 7 के शव नदी के विभिन्न इलाकों से बरामद किए गए हैं, जबकि एक को बचा लिया गया है और 15 लापता जवानों की तलाश जारी है.
सिक्किम बाढ़ से जुड़े 10 बड़े अपडेट: (10 big updates related to Sikkim flood)
ल्होनक झील में बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई. डिफेंस PRO के मुताबिक, चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण 15-20 फीट की ऊंचाई तक जल स्तर अचानक बढ़ गया, जिससे कस्बों और गांवों में बाढ़ आ गई.
बाढ़ ने राज्य में 13 पुलों को नष्ट कर दिया. अकेले मंगन जिले में आठ पुल बह गए. गंगटोक में 3 और नामची में 2 पुल नष्ट हो गए.
घटना के बाद कुल 103 लोग लापता थे. इनमें पाक्योंग में 59, गंगटोक में 22, मंगन में 17 और नामची में 5 लोग लापता बताए गए हैं.
भारतीय सेना के लापता जवानों की तलाश जारी है. बुरदांग में दबे सेना के 41 वाहनों को खोदकर निकाला जा रहा है.
PTI की रिपोर्ट के अनुसार, सेना ने अब तक लाचेन, लाचुंग और चुंगथांग इलाकों से 1,471 पर्यटकों को बचाया है.
खराब मौसम के कारण NDRF की 25 सदस्यीय टीम चुंगथांग में उतरने में विफल रही. टीम कई सैटेलाइट फोन सहित संपर्क स्थापित करने वाले उपकरण ले जा रही है.
आज मौसम में सुधार होने की संभावना है, प्रभावित क्षेत्रों में फंसे अधिक पर्यटकों को निकालने के लिए हेलीकॉप्टर भेजे जा सकते हैं.
भारतीय सेना उत्तरी सिक्किम में फंसे नागरिकों और पर्यटकों को भोजन, चिकित्सा सहायता और संचार सुविधा प्रदान कर रही है.
चुंगथांग शहर को बाढ़ का सबसे अधिक खामियाजा भुगतना पड़ा और इसका 80 प्रतिशत हिस्सा गंभीर रूप से प्रभावित हुआ. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बंगाल को सिक्किम से जोड़ने वाला NHn10 का कुछ हिस्सा बाढ़ के पानी से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया.
सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SSDMA) ने आंकड़ा जारी कर कहा है कि अब तक 2,411 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है और राहत शिविरों में रखा गया है, जबकि आपदा से 22,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.