The people of Gaza are dying of hunger and thirst,
हमास के हमले के बाद गाजा पर हो रहे इजरायली पलटवार को लेकर यूएन ने चिंता जताई है और हमास के साथ इजराय को भी चेतावनी दी है। यूएन का कहना है कि इस तरह से गाजा में खाना, पानी और फ्यूल की सप्लाई रोक देने से वहां के लेगों का दम घुट रहा है। यूएन ने हमास से कहा है कि उन्होंने जिन इजरायलियों को बंधक बनाया है उन्हें जल्द ही मुक्त कर दें नहीं तो आने वाले समय में बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी। वहीं इजरायल से भी कहा है कि गाजा में रहने वाले मासूम लोगों के लिए सामान की सप्लाई शुरू कर दे।
यूएन की फिलिस्तनी शरणार्थियों की एजेंसी UNRWA ने कहा कि गाजा का दम घुट रहा है। बता दें कि इजरायल की सेना गाजा की सीमा पर खड़ी है और कभी भी जमीनी हमला शुरू कर सकती है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इजरायल के हमले में कम से कम 2670 लोगों की जान गई है और 10,000 के करीब लोग घायल हो गए हैं। यह युद्ध 2014 के युद्ध से भी ज्यादा घातक है।
7 अक्टूब को इजरायल पर हमास ने हमला कर दिया था जिसमें 1400 लोग मारे गए थे। हमास ने बच्चों और महिलाओं को भी बंधक बना लिया था और गाजा लेकर चले गए थे। इजरायल के लिए भी यह हमला बहुत घातक था। 1973 में एजिप्ट और सीरिया के हमले के बाद यह सबसे खतरनाक हमला था। रविवार को यूएनआरडब्लूए की कॉन्फ्रेंस में फिलि जाजरिनी ने कहा, पानी जीवन के लिए बहुत जरूरी है और गाजा के लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। गाजा में पानी खत्म हो गया है। ऐसे में कहा जा सकता है कि गाजा में जीवन ही खत्म होने वाला है।
शवों को रखने का बैग भी खत्म (The bag for keeping the dead bodies also runs out)
उन्होंने कहा, बीते सप्ताह इजरायल का हमला बहुत ही घातक था। इस तरह का हमला और फिर सप्लाई पर रोक लगा देना अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है। वहीं आम नागरिकों की हत्या को भी सही नहीं ठहराया जा सकता। गाजा से लगभग 10 लाख लोग पलायन कर रहे हैं। चार लाख लोगों ने यूएनआरडब्लूए के स्कूल और इमारतों में शरण ली है। उन्होंने कहा कि इजरायल के हमले में हजारों महिलाएं और बच्चे मारे गए। गाजा के पास अब शवों को रखने वाले बैग भी खत्म हो गए हैं।
गाजा में मदद के लिए पहुंची एजेंसियों का कहना है कि उन्हें भी पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है। मेडिसिन सैन्स के डिप्टी मेडिकल कोऑर्डिनेटर ने कहा कि कई घंटों से उनकी टीम पानी की तलाश में है। पूरे दिन की मेहनत के बाद भी उन्हें पानी नहीं मिलता। ऐसे में कल क्या होगा इसका उन्हें भी पता नहीं है। वहीं यूएन के सेक्रेटरी जनरल एंटोनियो गुटेरस ने भी अपील की है कि गाजा के लोगों की मदद की जाए। उन्होंने यूएन के स्टाफ और एनजीओ से अपील की है कि एजिप्ट, जॉर्डन और वेस्ट बैंक में मौजूद पानी और खाने के सामाने के भंडार की सप्लाई गाजा में की जाए जिससे लोगों का जीवन बचाया जा सके।